RANCHI: झारखंड के पेयजल स्वच्छता विभाग में अब योजनाओं की स्वीकृति और कार्यों की गति बढ़ेगी। विभाग ने 108 कनीय अभियंताओं (JEs) को सहायक अभियंता ((AEs) के पद पर प्रोन्नत किया है। इससे नल जल योजना और अन्य जलापूर्ति कार्यों में तेजी आएगी और आवश्यक स्वीकृति प्रक्रियाएं आसान होंगी।
प्रोन्नति का महत्व
- सहायक अभियंताओं की जरूरत इसलिए होती है:
- नई योजनाओं के अनुमोदन के लिए
- पूर्ण हुई योजनाओं के अंतिम भुगतान के लिए
- प्रोन्नति से विभाग के कार्यों में तेजी और पारदर्शिता आएगी।
पदस्थापन और ट्रांसफर
- नव प्रोन्नत सहायक अभियंताओं की पदस्थापना कर दी गई है।
- कनीय अभियंताओं का ट्रांसफर भी विभाग ने किया है।
- दुर्गा पूजा से पहले ही सभी सहायक अभियंता विभिन्न प्रमंडलों में पदभार ग्रहण कर चुके हैं।
राज्य सरकार के निर्देश
- प्रत्येक जिले में दो सहायक अभियंता नल से घरों तक जल पहुँचाने की योजना की देखरेख के लिए नियुक्त होंगे।
- इससे विभाग के नियमित कार्यों में कमी और बाधाएं दूर होंगी।
केंद्रीय टीम की समीक्षा
- केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय की टीम ने जल जीवन मिशन योजना के तहत घरों तक जलापूर्ति कार्यों में अभियंताओं की कमी का मुद्दा उठाया।
- केंद्र सरकार इस योजना में 50% अंशदान कर रही है।
- विभाग ने प्रोन्नति के माध्यम से कमी पूरी करने का कदम उठाया।
निष्कर्ष
- 108 नए सहायक अभियंताओं की नियुक्ति से जलापूर्ति और नल जल योजना के कार्यों में तेजी आएगी।
- स्वीकृति प्रक्रियाओं में प्रशासनिक सुविधा और कार्य कुशलता सुनिश्चित होगी।
- यह कदम राज्य और केंद्र की जल योजनाओं के समयबद्ध और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए महत्वपूर्ण है।